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The Kerala Story Review: आंखें खोलने वाली फिल्म, जिसे देख कर लिबरल गैंग तमतमा हुआ है

फिल्म द केरल स्टोरी सिनेमाघरों मे रिलीज हो चुकी है।जिसमे अदा शर्मा , योगिता बिहानी , सोनिया बलानी और सिद्धि इदनानी ने मुख्य किरदार निभाया है।इस फिल्म के निर्माता और रचनाकार की बेहद बढ़ाई हो रही है।बताया जा रहा है कि यह फिल्म सबके रोंगटे खड़े कर देने वाली और इस साल की सबसे अच्छी फिल्म साबित हो रही है।आईए जानते है कि ये फिल्म कैसे सबके दिलों को जीत रही है।

दरअसल इस फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को एजेंडा फिल्म बताया जा रहा है और आरोप लगाया गया है कि 30 हजार लड़कियों के धर्म परिवर्तन का आंकड़ा गलत है।लेकिन अगर एक भी भारतीय महिला की ये सच्ची कहानी है तो ये फिल्म लोगो तक पहुँचना जरूरी है।यह फिल्म “लब जिहाद” का असल मतलब समझाती है।

यह कहानी चार युवतियों की है जिनमें तीन पाले की एक तरफ और चौथी दूसरी तरफ है।इस फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है कि एक लड़की शालिनी जो बेहद खुश मिजाज है और अपने परिवार,संस्कृति और अपनो से काफी लगाव रखती है।वह नर्स बनने के लिए नर्सिंग कॉलेज मे एडमिशन लेती है और वहा हॉस्टल मे उसकी दोस्ती और एक मुस्लिम लड़की से होती है जोकि उसकी रूम मेट से होती है। आशिफ़ा का काम ही यही होता है कि हिन्दू लड़कियों का ब्रेन बॉश करके इस्लाम धर्म के प्रति झुकाव करवाना और मुस्लिम लड़कों के जाल में फँसवाना। हिंदू धर्म की मानने वाली शालिनी को आशिफा एक साजिश के तहत मुस्लिम लड़कों से मिलावाती है और उन्हें लव जिहाद की दंदल में धकेलने में कामयाब रहती है। फिर यहां से शुरू होता है शालिनी का जीवन नर्क बनना। रमीज़ जोकि आशिफ़ा का मुंह बोला भाई होता है वो शालिनी को अपने जाल में फँसाने में कामयाब होता है और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाकर गर्भवती कर देता है। बस यही से शुरू होता है इस्लाम का खेल। शालिनी जब प्रेग्नेंट हो जाती है तो वो घबरा जाती है कि उसका क्या हो वो रमीज से शादी करने की बात कहती है तो फिर वो कहता है मैं हिंदू लड़की से शादी कैसे कर सकता हूँ? उसके बाद आशिफ़ा उसे इस्लाम धर्म क़बूल करने को बोलती है और शादी की बात कहती है लेकिन रमीज़ का काम तो नई-नई हिंदू लड़कियों को फँसाना ही होता है। रमीज कुछ दिनों को गायब हो जाता है फिर शालिनी से फातिमा बनी हिंदू लड़की की शादी एक तीसरे ईशाक नाम से करवा दी जाती है और वो उसे हनीमून के बहाने श्रीलंका होते हुए सीरिया ले पहुंचता है।
केरल से श्रीलंका, श्रीलंका से अफगानिस्तान और अफगानिस्तान से सीरिया और फिर वहाँ ले जाया जाता है जहाँ आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की देह की भूख मिटाने के लिए उसके जैसी कई और लड़कियां जमा कर रखी होती है। जिन्हें मानव बम बनाने के लिए उकसाया जाता है। फ़िल्म में बताया गया है कि केरल में ऐसी बहुत सी जगह है जहां शरिया कानून चलता है।
यह लोगों की रूह कंपा देने वाली एक ऐसी फिल्म है जिसे केवल फिल्म कहना गलत होगा क्योंकि ये सच्चाई है जो बहुत पहले ही दुनिया के सामने आ जानी चाहिए थी।

इस फिल्म मे हिंदू युवतियों पर हुए अत्याचारों को एक बेहद अनोखे तरीके से लोगों तक पहुँचाया गया है।इस फिल्म मे दिखाया है कि कैसे इस्लाम को अपने तरीके से समझाकर, बेहला फुसलाकर किस तरीके से उन युवतियों को अपनी बातों मे फँसाते है और उन्हें अपना जीवन का हिस्सा बनाकर उन पर अपने मनमाने ढंग अत्याचार करते है।यही नहीं इस फिल्म के माध्यम से यह भी बताया गया है कि कैसे हिंदु देवी देवतायों के बारे मे तमाम गलत बांते कर धर्म परिवर्तन कराते है।यह फिल्म हर व्यक्ति को देखनी चाहिए।