भारतीय क्रिकेट टीम के जांबाज खिलाडी अर्शदीप सिंह की एक गलती के कारण Asia Cup के सुपर चार मुकाबले में रविवार को पाकिस्तान ने भारत को पांच विकेट से हरा दिया।आपकी बता दे,हुआ ये था कि जब मैच की दूसरी पारी में पाकिस्तान की टीम बल्लेबाजी कर रही थी तब 18वें ओवर में रवि बिश्नोई की गेंद पर पाकिस्तान के बल्लेबाज आसिफ़ अली का एक आसान सा कैच अर्शदीप से छूट गया था जिसे देखकर उनके फैंस काफी नाराजगी जता रहे है और उन्हे सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया जा रहा है। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि जिस अर्शदीप को इतना ट्रोल किया जा रहा है उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुँचने का सफर कैसे-कैसे तय किया।
दरसल हम आपको बता दे की अर्शदीप पंजाब के खरड़ के रहने वाले है हालांकि इनका जन्म 5 फरवरी 1999 को मध्य प्रदेश के गुना में हुआ था। इनके पिता भी क्रिकेट खेलने के शौकीन रहे है वे घरेलू क्रिकेट का हिस्सा बन चुके है लेकिन आपको बता दे कि अर्शदीप के सपने बड़े थे वे हमेशा से भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना चाहते थे। इसके लिए अर्शदीप ने 13 साल की उम्र मे ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था उन्होंने पहले-पहले अपने स्कूल की तरफ से क्रिकेट की शुरुआत की। जिसमे उनके कोच के तौर पर जसवंत राय थे।
वही अर्शदीप जैसे-जैसे बड़े होते गए उनका क्रिकेट की तरफ स्नेह और भी बड़ता गया इसी बीच उन्होंने कई मैच खेले और जीते भी लेकिन वे ऐसे मौके की तलाश मे थे जो उन्हे भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुँचा सके और वो मौका उन्हे हासिल नही हो पा रहा था।जिसे देखकर उनके पिता ने इच्छा रखी की अर्शदीप को कनाडा जाकर नौकरी कर लेनी चाहिए। जहाँ उनके बड़े भाई पहले से ही मौजूद है। लेकिन अर्शदीप ने हार नही मानी उन्होंने अपने पिता से एक साल का समय और माँगा। वही अर्शदीप की लाख कोशिशो के बाद उन्हे अंडर-19 टीम में चुन लिया गया। जिसके बाद ये सिर्फ आगे बड़ते चले गए।
आगे बड़ने के लिए इन्होंने जी-जान लगा दी और अंडर-19 टीम मे बहुत अच्छा खेले और अपने शानदार प्रदर्शन के चलते इन्हे अंडर-19 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में चुन लिया गया।इस विश्वकप को भारत ने हासिल किया था हालांकि इस विश्व कप में अर्शदीप को सिर्फ 2 मैच में खेलने का मौका मिला। इसके बाद जल्द ही इन्हे IPL मे खेलने का मौका मिला लेकिन IPL शुरू होने से पहले ही ये चोटिल हो गए थे जिसके कारण इन्हे बहुत मुश्किल आने वाली थी इसके बारे मे उनके कोच ने बताया हैं कि अर्शदीप ने मुझसे एक कार का टायर माँगा. इसके 15 दिन बाद उसने मुझसे ट्रक के टायर का इंतजाम करने को कहा. मैंने एक कबाड़ी की दुकान से ट्रक का टायर लाकर उसे दे दिया. कुछ ही दिनों में उसकी रनिंग नए टायर के समान हो गई.
अर्शदीप अच्छे से अच्छा खेलने लगे और IPL मे एक से बड़कर एक अच्छा प्रदर्शन किया जिसे देखकर बीसीसीआई ने उन्हे टी-20 सीरिज के लिए इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम में चुन लिया।अर्शदीप ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से ये साबित कर दिया कि अगर किसी काम को करने की ठान लो तो वो काम मुश्किल नही है। बस हार न मानकर आगे बड़ते रहना चाहिए।आज अर्शदीप भारतीय क्रिकेट टीम के जांबाज गेंदबाज है।