बाढ़ और भूकंप जैसी खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं लेकिन कुल्लू मनाली मे आई इस तबाही ने इसे बर्बाद करने मे कोई कसर नहीं छोड़ी है।बादल फटने के कारण मनाली लोगों को अपने साथ बहाकर ले जा रहा है।मनाली मे लगभग 15 होटल और न जाने कितने ही बाहन इसका शिकार हो चुके हैं। इस अनहोनी ने पूरे शहर को तहस-नहस कर दिया है।इसके चलते कई लोगों को प्रशासन ने बाहर निकाला और कई इस बर्बादी के भेंट चड़ गए। आइए जानते हैं कि क्या है हालत?

कसोल आलूग्राउंड व छुरुडु में लगभग 63 लोग फंस गए,जिन्हे प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ की मदद से रेसक्यू किया गया और उन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।जिले में लगभग 42 घंटे से हो रही वारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी जिसके चलते उसे भारी नुकसान हुआ है।साथ ही 29 लोग कसोल 25 छुरुडूव 9 आलू ग्राउंड में पानी के तेज बहाव के कारण वहीं फस गए थे।कसोल,मनाली के साथ-साथ चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और जगह-जगह हाईवे को भी काफी नुकसान पहुँचा है।मनाली चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कुल्लूमनाली और बजौरा के बीच कई स्थानों पर भारी नुक्सान होने के बाद ये सब बन्द कर दिए गए हैं। हाईवे का बड़ा हिस्सा ब्यास नदी में बह चुका है जिसके कारण से सारे बाहनो के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इसके कारण लेफ्ट बैंक में भी कई जगह पर भूस्खलन की खबर सामने आई हैं। जिसके चलते ये रास्ते भी बन्द कर दिए गए हैं।नदी के बढ़ते प्रवाह के कारण कई बड़े पुल भी डेह चुके हैं।यही नहीं जिले में 2200 बिजली ट्रांसफार्मर इसके कारण खराब हो चुकी है जिससे बिजली की पूर्ति करने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा रहा है।अगर आप कुल्लू मनाली जाने की सोच रहे हो तो अभी मत जाओ वहां बारिश के बाद बाढ़ से तबाही आई हुई है।कई सड़कें और होटल बह गये हैं।
प्रशासन द्वारा बचाव के उपर आशुतोष गर्ग का कहना है कि जिला में आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफए पुलिस, होमगार्ड और पर्वतारोहण संस्थान के बचाव दल तैनात किया गया है। सभी आवश्यक सेवाएं बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। मनाली और बाहंग में कितना नुकसान हुआ है रास्ते बंद व दूरसंचार सेवाएं ठप होने की वजह से अभी आकलन संभव नहीं हो पाया है।