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कुवैत में मज़दूर कैम्प में लगी आग,40 से ज्यादा भारतीयों की मौत,कई घायल

कुवैत पश्चिम एशिया में स्थित एक संप्रभु अरब अमीरात है, जिसकी सीमा उत्तर में सऊदी और उत्तर और पश्चिम में ईराक़ से मिलती है. यहाँ भारतीयों के साथ हुए इस हादसे ने सबको झाँझोलकर रख दिया हैं :


दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने का मामला सामने आया है,जिससे भारी नुकसान पहुंचा है. यह घटना बुधवार सुबह की है।कुवैत की इस बिल्डिंग में लगी भीषण आग में 40 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है।साथ ही क़रीब 50 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए है.आपको बता दें कि आग के कारण बिल्डिंग पूरी तरह से तबाह हो गई है।बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग में 160 से ज्यादा मजदूर रहते थे.जिनमे भारतीयों के साथ-साथ अन्य पाकिस्तान, फिलीपिन, मिस्र, नेपाल के नागरिक थे.

बचे हुए अन्य कर्मचारियों ने आग लगने का करण बताया कि आग लगने की शुरुआत बिल्डिंग के निचले हिस्से की रसोई से हुई और तेज़ी से पूरे आवासीय अपार्टमेंट में फैल गई।आग सुबह 4:30 बजे (स्थानीय समय) लगी,सुबह का समय होने के कारण सभी लोग सोए हुए थे।वहीं इमारत में बड़ी संख्या में लोग रहते थे जिसके कारण उन्हें आग से बचने का मौका नहीं मिला। यहाँ तक कि कई लोगों की मौत आग से पैदा हुए धुएं से दम घुटने के कारण हो गयी.

कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबाह ने घटना स्थल पर जाकर पुष्टि की कि कम से कम 41 कर्मचारी मारे गए हैं।साथ ही उप प्रधानमंत्री ने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।वहीं इस पर कहा कि “मैंने ऐसे उल्लंघनों को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया है, जहां बड़ी संख्या में श्रमिकों को एक आवासीय इमारत में ठूंस दिया जाता है।

मीडिया की मानें तो विदेश मंत्रालय की ओर से देर रात एक बयान भी जारी किया गया है. इसमें बोला गया है कि कुवैत के मंगफ क्षेत्र में एक आवासीय इमारत में आग की एक दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद घटना में करीब 40 भारतीयों की जान चली गई है. इस इमारत में श्रमिक रहते थे. पीएम मोदी ने इस घटना को बेहद दुखद बताया और इसको लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, अन्य मंत्रियों के साथ बैठक की है.साथ ही मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों के लिए राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा की है